सॉवरेन गोलड बॉन्ड स्कीम 2024 क्या हे ?, RBI’S Sovereign Gold Bond Scheme

अगर आपको भी नीबेस करके 10 से 12 प्रतिसत का ब्याज पाना हे तो, आरबीआई आपके लिए एक अच्छी सी योजना सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम के नाम से लाया हे। जहाँ पर आपको कम से कम रिस्क में अच्छे रिटर्न मिल जायेंगे। इसी पोस्ट में हम आरबीआई की सॉवरेन गोलड बॉन्ड स्कीम की सभी जानकारी लेंगे। ये योजना क्या हे, इसको कौन इशू करता हे, सभी जानकारी हम आपको देंगे।

सॉवरेन गोल्ड बांड स्कीम क्या हे ? ( what is Sovereign Gold Bond Scheme ?)

इस योजना में आपको सरकार से सोना ग्राम के रूप में खरीदना होता हे, जहाँ पर आपको सोने के बिकल्प में एक बांड दिया जाता हे। जिस पर की सारि जानकारी लिखा हुआ होता हे। यहां पर आपको 8 साल के बाद मचुरिटी होता हे। मचुरिटी होने बाद आपको सोने का भाव उस समय पर जितना होगा उसके हिसाब से आपको पैसा मिल जाता हे। ये योजना भारत का रिज़र्व बैंक के द्वारा इशू किया जाता हे। और इसका सभी पैसा गवर्नमेंट सिक्योरिटी के रूप में रखा जाता हे। उसके अलाबा आपको हर साल 2.5% के हिसाब से ब्याज भी मिलता हे।

अगर आप मार्किट से सोना खरीदते हो तो हो सोना आपको घर में रखने में दिक्कत हो सकता हे, क्यों की सोना चोरी होने का डर रहता हे, या फिर अगर आप बैंक में लॉकर भी लेते हो तो आपको इसके फिर अलग से चार्जेज लग जायेंगे। लेकिन इस योजना में आपको किसी भी प्रकार का चार्जेज अलग से देने नहीं पड़ेंगे और ऊपर से मचुरिटी होने पर सोने भाव से आपको पैसा मिल जाता हे। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड आप सभी बैंक में, प्राइवेट बैंक और पोस्ट ऑफिस में खोल सकते हो। लास्ट 3 दिनों में जितना मूल्य सोना का होगा, उसका औसत लेके सोने का मूल्य आरबीआई के द्वारा निर्धारित होता हे।

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में कौन कौन इन्वेस्ट कर सकते हैं ?

  • सभी भारतीय जो की, फॉरेन एक्सचेंज, 1999 के तहत भारत का एक निबस हे हो इसी योजना में नीबेस कर सकता हे।
  • आप एक सिंगल ब्यक्ति बिसेस के हिसाब से, कोई भी हिंदुस्तान ऑनडिवाइडेड फॅमिली, ट्रस्ट, यूनिवर्सिटी और सभी चैरिटेबल संस्ता इस योजना में नीबेस कर सकते हैं। अगर आप नीबेस करते समय भारतीय थे, और बाद में अपना निबासी बदल लिए, तो भी आप इस योजना में बने रह सकते हो।
  • अगर आपका जॉइंट अकाउंट हे तो भी आप गोल्ड बॉन्ड पर नीबेस कर सकते हो।
  • किसी भी माइनर (जो की 18 साल से निचे हे) अपने पेरेंट्स या फिर गार्डियन के माध्यम से इस योजना में नीबेस कर सकता हे।

कोई भी ब्यक्ति केबल और केबल एक ही आईडी से नीबेस कर सकता हे। जो भी ब्यक्ति इन्वेस्ट करना चाहेगा उसको एक यूनिक आईडी करना पड़ेगा, जहाँ पर आपको पैन कार्ड की जरुरत पड़ेगी नहीं आप नीबेस नहीं कर सकते हो।

गोल्ड बॉन्ड में मिनिमम और मैक्सिमम कितना इन्वेस्ट कर सकते हैं ?

  • आरबीआई का गोल्ड बॉन्ड योजना में आपको सोना ग्राम में खरीदना पड़ता हे। कोई भी मिनिमम 1 ग्राम का सोना खरीद सकता हे।
  • किसी भी ब्यक्ति या फिर हिंदुस्तान अनडिवाइडेड फॅमिली मैक्सिमम 4 किलोग्राम का सोना खरीद सकता हे। कोई भी ट्रस्ट हो या फिर गवर्नमेंट संस्ता मैक्सिमम 20 किलोग्राम का सोना खरीद सकता हे।
  • अगर आपका जॉइंट अकाउंट हे तो भी आप पहले अकाउंट होल्डर के हिसाब से मैक्सिमम 20 किलोग्राम खरीद सकते हो। अगर आपके परिबार में 10 सदस्य हे तो आप मैक्सिमम 40 किलोग्राम खरीद सकते हो। परिबार का हर एक सदस्य का अलग अलग यूनिक आईडी बन सकता हे।

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में आप जितना भी पहले नीबेस करेंगे उसका 2.5% का हर साल ब्याज मिलता हे, जो की आपके अकाउंट पर हर अर्द्ध वार्षिक में आपके अकाउंट पर क्रेडिट हो जाता हे।

गोल्ड बॉन्ड में नीबेस कैसे कर सकते हैं ?

अगर आप इसमें नीबेस करना चाहते हो तो आप, इसको ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों तरीको से अप्लाई कर सकते हो। अगर आप ऑनलाइन अप्लाई करते हो तो आपको हरएक किलोग्राम पर 50 रुपया कम पड़ेगा। इसमें आपको एक सर्टिफिकेट मिलेगा, जो की आप अप्लाई करने के बाद, ऑनलाइन या फिर जहाँ पर अप्लाई किये होंगे यहां से फिजिकली ले सकते हो। अगर आपके पास ईमेल आईडी हे तो आप डायरेक्टली आरबीआई से मेल भेजा जाता हे।

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में कितने साल तक नीबेस करना होगा ?

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का पीरियड 8 साल होता हे। लेकिन अगर आप इसको क्लोज करना चाहते हो तो आप 5 साल के बाद कर सकते हो। आप चाहे तो इसको स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड भी कर सकते हो। या फिर आप किसी और इन्वेस्टर को आपके गोल्ड बॉन्ड को ट्रांसफर कर सकते हो। इसको आप किसी दोस्त, या रिस्तेदार को भी ट्रांसफर कर सकते हो, लेकिन सर्त ये हे की जिसको आप दे रहे हो, उनका भी एलिजिबिलिटी होना चाहिए, जो की सभी पर लागु होता हे।

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड लेने का फायदा

  • इस गोल्ड बॉन्ड के खिलाप आप जमानत के स्वरुप बैंक से लोन भी ले सकते हो।
  • ध्यान रहे की आप जितना भी ब्याज पाएंगे उसके ऊपर आपको टैक्स लगता हे। लेकिन बॉन्ड के टोटल कैपिटल पर TDS नहीं लगता हे।
  • गोल्ड बॉन्ड में आपको नॉमिनेशन का सुभीधा भी मिल जाता हे।
  • अगर आप सोने के रूप में ज्वेलरी, गोल्ड बुलियन, गोल्ड ETF, डिजिटल गोल्ड या फिर गोल्ड का म्यूच्यूअल फण्ड पर नीबेस करेंगे तो आपको बहत सारे चार्जेस लग सकता हे, लेकिन सवेरीगन गोल्ड बॉन्ड मने आपको किसी भी अलग से चार्जेस नहीं लगता हे।
  • सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड आपको पेपर और डीमैट फॉर्म पर मिल जाता हे, जिसको की आप ट्रेड भी कर सकते हो।
  • बाकि सभी इन्वेस्टमेंट की तुलना में सॉवरेन गोल्ड बांड कम रिस्क होता हे क्यूंकि, सोने का भाव कमने का बहत कम चांस होता हे।

अगर पका किसी भी प्रकार का संदेह हे तो आप (रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया) RBI की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर ईमेल (SGB@RBI.ORG.IN) कर सकते हो।

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